Sunday, June 21, 2009

टिपियाने वाले टपोरियों से सावधान रहे गुरु

काफी समय से सोच रहे थे गुरु कि चलो अपुन भी लिखने की शुरुआत करते हैं, पर अपुन साला लिख ही नहीं पा रहे थे। पर आज उस समय अपुन को लिखने को मजबूर होना पड़ा जब अपुन देखा कि कोई दिनेश बाबू ब्लोगर लोगन को परेशान करने का काम कर रहा है। ऐसे में अपुन को लगा कि यहीच बखत है लिखने का और अपुन ने सोचा कि ब्लोगर गुरुओं को सावधान किया जाए। अपुन जानता है कि ब्लोगर गुरु सावधान रहते हैं, लेकिन अपुन को लगा कि एक बार अपुन भी वार्न कर देता है। वार्न करने में क्या जाता है। अपुन ने आज राजतंत्र में देखा कि एक दिनेश बाबू राजकुमार गुरु को चमका रहे थे कि अपना पोस्ट हटा लो नहीं तो गजब हो जाएगा। बाद में पता चला कि साला वो तो ऐसे ही फेकेला था। जैसा उस दिनेशवा ने राजतंत्र में टिपियाया था, वैसा ही और कई ब्लोग में टिपियाया है। ऐसे चोर लोगन से अपने ब्लोगर भाईयों को सावधान रहने का। एक और ब्लोग नटराज शाह नटराज शाह का देखा उसमें भी यही दिनेशवा कुछ टिपियाया है। ऐसे ही कार्टून गुरु काजल कुमार काजल कुमार के ब्लोग में भी कुछ टिपियाया है। ऐसा लगता है कि दिनेशवा ने सभी ब्लोगर लोगन को परेशान करने का सुपारी खाएला है। तो गुरु लोग सावधान रहने का और ऐसे किसी दिनेशवा से डरने का नहीं है क्या?